देखो फिर रात आ गई……
तन्हाइयो मे वक़्त की बात आ गई
हम तो यू ही बेठे थे सितारो की पनाह मे…..
चाँद को देखा तो हुम्हारी याद आ गई.
..................................
जो भी मिला... वो खो गया
तुझको पता है ऐसा ही सदा होता है..
जाना ही था... वो जो गया,
दिल तू अकेला ऐसे क्यूँ भला रोता है..
भूले जो हैं तुझको अब उनको भूल जा तू भी..
वरना मेरे साथ यादों के ज़ख्म खा तू भी..
मान जा...... ऐ दिल मेरे..
भूल जा...... शिकवे गिले..
...................................
कैसी है ये उदासी छाई, मेरे दिल
कैसी गहरी है ये तन्हाई, मेरे दिल
राहों में यादों की ख़ामोशी बरसे
आँखों में जो गम है, आंसू को तरसे
तन्हाइयो मे वक़्त की बात आ गई
हम तो यू ही बेठे थे सितारो की पनाह मे…..
चाँद को देखा तो हुम्हारी याद आ गई.
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जो भी मिला... वो खो गया
तुझको पता है ऐसा ही सदा होता है..
जाना ही था... वो जो गया,
दिल तू अकेला ऐसे क्यूँ भला रोता है..
भूले जो हैं तुझको अब उनको भूल जा तू भी..
वरना मेरे साथ यादों के ज़ख्म खा तू भी..
मान जा...... ऐ दिल मेरे..
भूल जा...... शिकवे गिले..
...................................
कैसी है ये उदासी छाई, मेरे दिल
कैसी गहरी है ये तन्हाई, मेरे दिल
राहों में यादों की ख़ामोशी बरसे
आँखों में जो गम है, आंसू को तरसे
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